हिन्दी पंचाग के अनुसार चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नव वर्ष शुरू होता है, जो विक्रम संवत 2081 के नाम से जाना जाएगा. नववर्ष विभिन्न समाज में अलग अलग तरह से मनाया जाता है. सिंधी, बंगाली, उड़िया, महाराष्ट्र, कुमाऊंनी समेत विभिन्न समाज अपनी-अपनी परंपरा और रीति-रिवाजों के साथ नया साल मनाते हैं. इस बार भी नए वर्ष के स्वागत को लेकर विभिन्न समाजों के ओर से शहर में जोर-शोर से तैयारियां की गई हैं. भारतीय समाज में नववर्ष का स्वागत किस तरह किया जाता है.
सरस्वती शिशु मंदिर निराला नगर में, अखिल विश्व गायत्री परिवार के मार्गदर्शन तथा सहयोग से स्वामी विवेकानंद सनातन संस्कृति समिति के संयोजन में, भारतीय नव वर्ष की पूर्व संध्या पर भारतीय नव वर्ष महोत्सव तथा दीप यज्ञ भव्यता तथा दिव्यता के साथ मनाया गया. जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व पार्षद, पूर्व उपाध्यक्ष, पूर्व भाजपा प्रवक्ता एवं लखनऊ बार एसोसिएशन के सदस्य अधिवक्ता जनसेवक दिलीप श्रीवास्तव सम्मिलित हुए.
बता दे कि यह कार्यक्रम दीपक गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार की विशेष टोली के द्वारा संचालित किया गया. जिसमे दिलीप श्रीवास्तव सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओ को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया. आयोजन के मुख्य संयोजक भाजपा नेता अभिषेक खरे ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य मात्र हिंदू समाज की एकता और एकजुटता का संदेश देना नहीं बल्कि हमारे परिवारों में संस्कार ,साधना समर्पित भाव के साथ सहभागिता का दर्शन बनाना है.