जनसेवक दिलीप श्रीवास्तव जी ने बताया कि प्रख्यात, वरिष्ठ पत्रकार, लेखक,कवि जिनके गीत दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड पर उत्तर प्रदेश की झांकी में गूंजते हैं, ऐसे बड़े भाई श्री वीरेन्द्र सिंह वत्स जी को सूचना आयुक्त बनाए जाने पर आज मिलकर बधाई दी.
बताते चले कि श्री वत्स राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित भी हो चुके हैं प्रदेश के नवनियुक्त राज्य सूचना आयुक्त वीरेंद्र प्रताप सिंह की आरंभिक शिक्षा कादीपुर क्षेत्र के हनुमत इंटर कॉलेज से हुई. जौनपुर से स्नातक की शिक्षा ग्रहण करने के उपरांत व इलाहाबाद विश्वविद्यालय से उन्होंने साहित्य से परास्नातक तक की उपाधि ली. उसके बाद वह कई नामी गिरामी पत्र व पत्रिकाओं से जुड़कर अपनी लेखन शैली के माध्यम से समाज व देश को नई दिशा देते रहे. वर्ष 2021 तक प्रतिष्ठित समाचार पत्र हिंदुस्तान में सह सम्पादक पद से सेवानिवृत्त हुए.
छात्र जीवन से पत्रकारिता व साहित्यिक विधाओं में रुचि रखने वाले वीरेंद्र सिंह वत्स के राज्य सूचना आयुक्त तक की सफर करने पर गृह जनपद में लोगों ने खुशी जताया. अयोध्या सियाराम की देती समता का संदेश , विश्वनाथ से मिलकर पुलकित गंगा की अविरल धारा जैसी रचनाओं जैसे गीतों,कविताओं व अनूठी लेखनशैली के माध्यम से प्रदेश व देश स्तर पर अपनी अलग छवि बनाने वाले प्रख्यात वरिष्ठ पत्रकार व कवि के राज्य सूचना आयुक्त बनाए जाने पर उनके गृह जनपद में खुशी की लहर व्याप्त है.
नवनियुक्त राज्य सूचना आयुक्त वीरेंद्र प्रताप सिंह बतौर वरिष्ठ पत्रकार, लेखक ,गीतकार देश व प्रदेश स्तर पर अपनी अलग छाप छोड़ रखी है. पत्रकारिता के दौरान नार्वे में अंतर्राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान, मुम्बई में अटल बिहारी वाजपेई सम्मान, उत्तर प्रदेश सरकार में संस्कृत सम्मान समेत कई उपाधियां व सम्मान उनके नाम है.उत्तर प्रदेश सरकार में कई महत्वपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रमो में उनके द्वारा लिखे गए गीत लगातार कई वर्षों तक गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल रहे. उनके गीत विश्वनाथ से मिलकर पुलकित गंगा की अविरल धारा है, कला और संस्कृति की धरती ,धन्य धन्य उत्तर प्रदेश को सर्वाधिक अंक मिले हैं. उनके द्वारा लिखित गीतों के माध्यम से प्रस्तुत गणतंत्र दिवस की झांकियां को लगातार 02 साल देश में प्रथम स्थान हासिल हुआ है.