वकील एक तपस्वी होता है जाड़ा गर्मी और उमस भरी बरसात में टीनशैड के नीचे अपना जीवन गुजार देता है, वह हमेशा दूसरों की सेवा के लिए तत्पर रहता है, वह अपने लिए कुछ नहीं मांगता है। इतिहास साक्षी है कि ऐसे तपस्वी से जब भी कोई टकराया है तो उसका सर्वनाश ही हुआ है।
1. डाक्टर अपने नाम के पहले पद नाम लिखता है और वकील नाम के बाद में पद नाम लिखता है।
2. डाक्टर पहले फीस जमा करता है और बाद में मरीज देखता है और वकील पहले सलाह देता है और बाद में फीस वसूलता है।
3. डाक्टर एसी रुम में बैठ कर मरीजों को देखता है और वकील टीनशैड के नीचे।
4. डाक्टर अपने पेशेंट को भूल जाता है और वकील उसको नजीर के रूप में पेश करता है।
5. डाक्टर की जिम्मेदारी जन्म से लेकर मृत्यु तक होती है और वकील की जिम्मेदारी कई पुस्त पहले और कई पुस्त बाद तक की होती है।
सत्य ही कहा गया है कि..
जेठ मे जरे, अषाढ़ में सरे और माघ में करें ऊं कचहरी में वकालत करें।।
अधिवक्ता एकता जिंदाबाद जिंदाबाद