भाजपा उत्तर प्रदेश के प्रदेश प्रवक्ता व विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश मंत्री दिलीप श्रीवास्तव को आगामी सदस्य बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के चुनाव में उनके पक्ष में जिले के अधिकांश अधिवक्ताओं के द्वारा भरपूर समर्थन, सहयोग व स्नेह देखने को मिल रहा है. काउन्सिल के अधिकांश सदस्यों का यही मत है कि ऐसा प्रतीत होता दिख रहा है कि दिलीप के विपक्ष में कोई भी उम्मीदवार ऐसा नहीं है जो उनके जैसा विधि-कानून के तौर तरीकों का अनुभव रखता हो.
स्टेट बार काउंसिल एक कानूनी सिस्टम है. एडवोकेट्स एक्ट 1961 के जरिये इसका गठन हुआ. यह राज्य के वकीलों का प्रतिनिधित्व करती है. साथ ही उस राज्य में वकालत के पेशे से जुड़ी बातों पर महत्वपूर्ण निर्णय लेती है. बार एसोसिएशन वकीलों की एक एसोसिएशन है, जो अधिवक्ताओं के आचरण को नियंत्रित करने का काम करती है. कुछ एसोसिएशन सदस्यों से जुड़ी सुविधाओं के लिए ही काम करती हैं.
विभिन्न जिलों के अधिवक्ताओं एवं कानूनी सलाहकारों में ख़ुशी का माहौल इस हद तक देखने को मिल रहा है कि दिलीप को उनके इस अपार सफलता के लिए उनको समय-समय पर विभिन्न सभाओं, स्टेज में बुलाकर उनका माल्यार्पण करते हुए उनको सम्मानित भी करते रहते हैं.
पेशे से कानूनी सलाहकारविख्यात श्री कुमार नमामि दीक्षित ने भी उनको सम्मानित करते हुए उनको आगामी चुनाव की सफलता के लिए ढेर सारी शुभकामनायें दीं.
काउन्सिल के सभी सदस्यों का यही नारा है -
"अधिवक्ताओं ने ठाना है, दिलीप श्रीवास्तव को जिताना है।"