लखनऊ महानगर संयोजक दिलीप श्रीवास्तव जी ने बताया कि कला एवं साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए मा. राष्ट्रपति से पद्मश्री सम्मान से सम्मानित वरिष्ठ स्तंभकार, लेखक, लोकप्रिय जननेता पूर्व विधानसभा अध्यक्ष मा.हृदय नारायण दीक्षित जी से आज मिलकर बधाई दी एवं आशीष प्राप्त किया.
बता दे कि शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित अब तक 31 पुस्तकें लिख चुके हैं. विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में उनके छह हजार से अधिक आलेख प्रकाशित हो चुके हैं. शैक्षिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में भी उनका बड़ा योगदान रहा है.
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को चिंतन और संघर्ष के लंबे अनुभव ने पद्म श्री के मुकाम तक पहुंचाया. उन्नाव के छोटे से गांव लउवा में जन्मे दीक्षित आपातकाल के दौरान 19 माह जेल में रहे थे. आरएसएस के स्वयंसेवक से अपनी समाजसेवा की यात्रा प्रारंभ करने वाले दीक्षित जिला परिषद उन्नाव के सदस्य भी रहे हैं. उन्होंने उन्नाव में पुलिस व प्रशासनिक अत्याचार, स्थानीय-प्रदेश स्तरीय समस्याओं को लेकर आंदोलन, पदयात्राएं, अभियान चलाए. जनसंघ के जिलामंत्री रहे.