पुस्तकों से हमें असीम ऊर्जा मिलती है और ज्ञान के विकास में पुस्तकालयों की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। इसी विचारधारा को लेकर 38 वर्ष पूर्व आईटीआई में महाप्रबंधक पद से सेवानिवृत श्री राजेश अग्रवाल ने इंदिरानगर के सेक्टर सी स्थित पार्क में लाइब्रेरी की स्थापना की थी। आवासीय सोसाइटी बनाने के साथ ही इस पुस्तकालय का नवीनीकरण 11 नवंबर को किया गया और पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ स्तंभकार लेखक व राजनेता माननीय हृदयनारायण दीक्षित जी के द्वारा इसका नामकरण भी किया गया।
तभी से अटल लाइब्रेरी लगातार अपने ज्ञान के प्रकाश को सभी के मन-मस्तिष्क को उज्ज्वल कर रही है। लखनऊ जन कल्याणकारी समिति के महामंत्री पार्षद दिलीप श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि अटल कॉलोनी में स्थित सी 121 इंदिरा नगर के सामने अटल लाइब्रेरी स्थापित है। यहां काव्य संग्रह, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और प्रतियोगी परीक्षार्थियों के साथ साथ शोधकर्ताओं के भी हजारों पुस्तकें मौजूद हैं और प्रत्येक दिन यह लाइब्रेरी शाम 4:30 से छह बजे तक खुली रहती है।
वहीं लाइब्रेरी के संस्थापक 85 वर्षीय श्री राजेश अग्रवाल ने बताया कि इस कॉलोनी की स्थापना के समय से ही पार्क में एक पुराना मकान था, जिसे आवास-विकास परिषद के द्वारा गिराने की तैयारी चल रही थी। उन्होंने और आस पड़ोस के लोगों ने मिलकर रेजीडेंस वेलफेयर सोसाइटी बनाई और इस पुराने मकान में पुस्तकालय का संचालन करने का निर्णय लिया।