प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजित अधिवक्ता संवाद कार्यक्रम ने अधिवक्ताओं की एकजुटता और संकल्प को नई दिशा दी। बड़ी संख्या में उपस्थित वरिष्ठ व युवा अधिवक्ताओं ने न्याय, पारदर्शिता और गरिमा की बहाली के लिए एक स्वर में आवाज़ बुलंद की। यह मंच केवल संवाद का नहीं, बल्कि व्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन के लिए सामूहिक इच्छाशक्ति का प्रतीक बनकर उभरा।
कार्यक्रम के दौरान गरीबों, वंचितों और आम अधिवक्ताओं के अधिकारों पर केंद्रित मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया। भ्रष्ट तंत्र के खिलाफ निर्णायक संघर्ष और बार काउंसिल को जवाबदेह व सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता ने अधिवक्ताओं में नया उत्साह भरा। वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि यह लड़ाई व्यक्ति विशेष की नहीं, बल्कि पूरे अधिवक्ता समाज के सम्मान और भविष्य की है।
अधिवक्ताओं की यह एकजुट हुंकार विजय की ओर बढ़ते कदमों को मजबूती प्रदान कर रही है। अधिवक्ता संवाद ने यह संदेश दिया कि संगठित प्रयास, स्पष्ट दृष्टि और जनसमर्थन से परिवर्तन संभव है। इसी विश्वास और संकल्प के साथ अधिवक्ता समाज न्यायप्रिय, पारदर्शी और सशक्त व्यवस्था की ओर आगे बढ़ रहा है।