ना भूले हापुड़, ना भूले वाराणसी —
अधिवक्ता समाज हर घटना, हर भूमिका और हर चेहरे को भलीभांति जानता है।
इस्तीफे का नाटक, स्वांग रचा गया इस्तीफा और फिर अन्य पदों पर बने रहना —
इन सबकी सच्चाई अब किसी से छिपी नहीं है।
इस बार बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के चुनाव में अधिवक्ता समाज को सत्य और निष्ठा के साथ निर्णय लेना है।
यह चुनाव केवल पद का नहीं, बल्कि सम्मान, स्वाभिमान और अधिवक्ता समुदाय की साख का चुनाव है।
मैं, दिलीप कुमार श्रीवास्तव (एडवोकेट हाईकोर्ट लखनऊ),
आपसे निवेदन करता हूँ कि अपने विवेक, अनुभव और अधिवक्ता धर्म को ध्यान में रखकर मतदान करें।
सच्चाई के साथ, न्याय के पक्ष में —
आपका एक-एक मत अधिवक्ता समाज की गरिमा को और मज़बूती देगा।