कुछ यादें, अपनो को खोया, दिन बीते, रातें गयी, कोरोना की दूसरी लहर ने सब तबाह किया, अपनों ने मुकदमा दर्ज कराया, मन्दिर से हनुमान जी की मूर्ति हटवाई, अन्याय के खिलाफ पत्र लिखा, जनसमस्याओं के लिए संघर्ष किया, संघर्षो के दौर में नई ऊर्जा मिली, अपनो का साथ मिला। इन्हीं सब सम-विषम अनुभवों के साथ, अलविदा 2021।
@Dec. 31, 2021, 3:28 p.m.